मंदिर परिसरः भगवान जोरावर का प्रस्तावित भव्य मंदिर यहाँ का मुख्य केंन्द्र है, जहाँ दिव्य दर्षन हेतु भगवान जोरावर एक मनमोहक मूर्ति के रूप में विराजमान है।
वातावरणः चारो ओर हरे-भरे लहराती हुई फसल के खेत-खलियान, विभिन प्रकार के पैड़ पौधे व वृक्ष जिन पर अनेक प्रजातियों के पक्षियों का कलरव और शांतिपूर्ण माहौल इस स्थान को और भी आकर्षक बनाता है।
विशेष पूजा और उत्सवः यहाँ नियमित रूप से भक्ति भजनों, हवन और विधिवत विषेष पूजाओं का आयोजन होता रहता है। खासकर प्रति माह कृष्ण पक्ष तृतीय एवं प्रतिवर्ष होली के पश्चात तृतीया के अवसर पर यहाँ भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
वार्षिक मेलाः प्रतिवर्ष यहाँ होली के पश्चात तीज के दिन उत्सव के रूप में एक विषाल मेला भरता है। मेले में सत्संग, भजन-संगीत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम होते है। जिसमें दूर-दूर से श्रद्धालु एवं भक्तगण शामिल होकर उत्सव का आंनद लेते है।